हम अपने लिए हर रोज़ सज़ा माँगेंगे

हम अपने लिए हर रोज़ सज़ा माँगेंगेहो गुनहगार तो सिवा इसके क्या माँगेंगे ज़िक्र उसकी ही दरियादिली का रहता हैहक़ में उस की खातिर फक्त दुआ माँगेंगे अदाओं से उस…

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