हो रहे फासले लेकिन हम जुदा नहीं

हो रहे फासले लेकिन हम जुदा नहीं
पहले कभी दर्द इतना क्यूँ हुवा नहीं

हूँ तकलीफ़ उस के लिए मैं अगर
कर मुझे दूर मगर ऐ ख़ुदा नहीं

मेरा इश्क़ जो मेरी जान है
कोई दिल में उस के सिवा नहीं

मेरे दिल को जिस की तलाश थी
मुझे मुद्दतों से वो दिखा नहीं

मेरी ख़्वाहिश मेरा अरमान वो
मुझ से आज तक वो मिला नहीं

मेरे दिल में धोका फ़रेब है
हूँ बाग़ी मुझ में वफ़ा नहीं

हुई नहीं उस की क़दर मुझे
उसे फ़िर भी मुझ से ग़ीला नहीं

जज़्बात मेरे हैं मर गए सब
शायद इसी लिए मेरा दिल दुखा नहीं

इश्क़-व-तवक़्क़ो उस ने लुटा दिया सब
ना मिला कुछ उसे मगर वो ख़फ़ा नहीं

है अजनबी वो और हूँ झूठ मैं
मेरा सच भी उस से छुपा नहीं

यूँ सब का दिल फ़िर लुभाए जो
मेरे पास ऐसी कोई अदा नहीं

मैं अब कभी इश्क़ करूँ ही क्यूँ
मुझ में कुछ अब बाक़ी बचा नहीं


Ghazal written by Sofiya Shaikh Srm beautiful Poem read More Hindi Poetry.

Sofiya Shaikh Srm

Sofiya Shaikh.sRm" Known as "Sofi-sRm" on Social media platforms. Sofiya is a daughter of Mr.Aslam Shaikh. Born on 8/February 2002 in PUNE. She is a Science Student of "Abeda Inamdar Junior College for Girls -Pune". She is a Artist of her own herat. Loves to Write Poems and Gazals in her free time.And also spend her mean time with plants. Work: Writing is her passion. In her free time she writes poems and Gazals in Hindi & Urdu. She expresse her pain, suggestions etc. through her writings. , Recently She Published her Solo Book. Title: "Lafz-e-Raaz" where you can read 85+poems and Gazals. Education: Primary and Secondary Education Completed from Anjuman-I-Islam School pune. And Now Studying in "Abeda Inamdar Junior College for Girls -PUNE" Hometown:Pune, Maharashtra

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