खोया था मेरा मैं न जाने किधर गया

खोया था मेरा मैं न जाने किधर गयाले कर के खाली हाथ हर शब मैं घर गया मैं ने भी हर एक काम को कल पे सौंप केआँखों को नम…

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हो रहे फासले लेकिन हम जुदा नहीं

हो रहे फासले लेकिन हम जुदा नहींपहले कभी दर्द इतना क्यूँ हुवा नहीं हूँ तकलीफ़ उस के लिए मैं अगरकर मुझे दूर मगर ऐ ख़ुदा नहीं मेरा इश्क़ जो मेरी…

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ख्यालों में तू क्या-क्या नहीं है

ख्यालों में तू क्या-क्या नहीं हैतू ही तो मेरा कामील यक़ीं है जहाँ रहते हैं खास लोग अक्सरमौजुद तू जाँ वहीं पर कहीं है जिसके होने से इतना मगरूर हूँतू…

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मेरा भाई

मैं भाई उस को कहती हूँमैं उस से लड़ती-झगड़ती हूँ 'आगाज़-ए-सहर' उसकी बातों से'शब का अंधेरा भी उसकी शरारतों सेहो जाती हूंँ बेज़ार मैं उस के कामों सेफिर भी पिटता…

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ख़ामोश मकान में मेरे

ख़ामोश मकान में मेरेरोशनी सियाह रहती है टूटा भरोसा हो जिस परशक़ की निगाह रहती है मारा है ग़म ने जिस को भीदिल में तो आह रहती है ख़्वाब फ़िर…

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